वीडियो : लालू की पुत्री रोहिणी आचार्य के “सुहागरात” वाले बयान ने पकड़ा तूल , देखें वीडियो!

Lalu putri Rohini acharya ke suhagraat wale bayaan ne pakda tool

लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार से जुड़े एक सवाल पर विवादास्पद बयान दिया। उन्होंने मीडिया से कहा, “अभी शादी की बात ही नहीं चल रही, यहाँ सुहागरात किसके साथ मनाई जाएगी, उसकी बात चल रही है क्या?“। यह बयान उन्होंने तब दिया जब उनसे पूछा गया था कि राहुल गांधी अभी तक तेजस्वी यादव को महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में क्यों घोषित नहीं कर रहे हैं। इस बयान पर विपक्षी पार्टियों, जैसे भाजपा और जेडीयू ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए हमला किया, जबकि रोहिणी आचार्य ने भी नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी पर पलटवार करते हुए रोजगार और अन्य योजनाओं को लेकर आरोप लगाए। उन्होंने 2024 का लोकसभा चुनाव सारण सीट से लड़ा था, लेकिन हार गईं थीं, और फिलहाल वह ‘वोटर अधिकार यात्रा’ में हिस्सा ले रही हैं। 

बयान उन्होंने बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले, ‘महागठबंधन’ के मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर पत्रकारों के सवाल के जवाब में दिया था।  — “अभी क्या चल रहा है? अभी वोटर के अधिकार की लड़ाई चल रही है। अभी शादी की बात ही नहीं चल रही, यहाँ सुहागरात किसके साथ मनाई जाएगी, उसकी बात चल रही है क्या? हद है भाई! अभी जो ज़्यादा ज़रूरी है, वही काम न होगा?

विवाद का विवरण

  • संदर्भ: महागठबंधन द्वारा बिहार में “वोटर अधिकार यात्रा” निकाली जा रही थी, जिसमें राहुल गांधी और तेजस्वी यादव जैसे नेता शामिल थे।
  • प्रश्न: पत्रकारों ने रोहिणी आचार्य से सवाल किया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी, तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित क्यों नहीं कर रहे हैं।
  • विवादित बयान: इस सवाल के जवाब में रोहिणी ने कहा, “अभी शादी की बात ही नहीं चल रही, यहाँ सुहागरात किसके साथ मनाई जाएगी, उसकी बात चल रही है क्या? हद है भाई, अभी जो ज़्यादा ज़रूरी है, वही काम न होगा?”।
  • प्रतिक्रिया: उनके इस बयान को “अजीबोगरीब” और “बेतुका” बताया गया, जिसके बाद बिहार की राजनीति में हलचल मच गई। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जनता दल (यूनाइटेड) (जेडीयू) ने इस मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) पर हमला किया। 

राजनीतिक परिप्रेक्ष्य

  • रोहिणी के बयान से पहले, तेजस्वी यादव खुद को महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा बताते रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्चा है कि राहुल गांधी ने इस पर सहमति दे दी है।
  • हालांकि, रोहिणी के इस बयान ने महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार को लेकर अनिश्चितता और राजनीतिक खींचतान को उजागर कर दिया है।
  • यह घटना दिखाती है कि बिहार में चुनावी पारा पहले ही काफी ऊँचा है, और राजनीतिक पार्टियाँ एक-दूसरे पर हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ रही हैं।