सही रंग चयन से घर में बढ़ाएं शांति, समरसता और सकारात्मक माहौल
घर के वातावरण का प्रभाव
- वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का वातावरण—विशेषकर कमरे की दीवारों का रंग—हमारे मन और कार्यशैली को प्रभावित करता है।
- जो रंग आपके घर में उपयोग किया जाता है, उसका प्रभाव आपके स्वभाव और संबंधों पर भी पड़ता है। इसलिए, हर कमरे में वास्तु के मुताबिक रंग चुनना आवश्यक है।
कमरेवार उचित रंग चयन (वास्तु के अनुसार)
बैठक कक्ष (Drawing Room)
- परिवार और अतिथियों से मिलन स्थल है।
- दीवारों के लिए सुझाव: सफेद, गुलाबी, पीला, क्रीम, हल्का भूरा या हल्का नीला — ये रंग सुकून और आकर्षण का माहौल बनाते हैं।
शयन कक्ष (Bedroom)
- गहरे या आँखों को चुभने वाले रंगों से बचें।
- मन को शांति देने वाले हल्के रंगों का चयन करें: आसमानी, हल्का गुलाबी, हल्का हरा या क्रीम।
भोजन कक्ष (Dining Room)
- भोजन और परिवारिक निर्णयों का स्थल।
- एकता और सकारात्मकता बढ़ाने वाले रंग: हल्का हरा, गुलाबी, आसमानी या पीला।
सारांश—एक दृष्टिगत तालिका
कक्ष | सुझावित रंग (वास्तु अनुसार) |
---|---|
बैठक कक्ष | सफेद, गुलाबी, पीला, क्रीम, हल्का भूरा, हल्का नीला |
शयन कक्ष | आसमानी, हल्का गुलाबी, हल्का हरा, क्रीम |
भोजन कक्ष | हल्का हरा, गुलाबी, आसमानी, पीला |
सही रंग चयन सिर्फ सजावट का हिस्सा नहीं है, यह हमारे मानसिक और पारिवारिक माहौल को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। वास्तु शास्त्र का सुझाव—बैठक, शयन, और भोजन कक्ष में उपयुक्त रंग चुनें—एक संतुलित और समृद्ध जीवन का मार्ग प्रशस्त करता है।
यह भी पढ़ें : कल इस मुहूर्त में मनाया जाएगा गणेश चतुर्थी का पर्व, पूजन के लिए मिलेगा सिर्फ इतना समय